Pagal Divas Kab Manaya Jata Hai

पागल दिवस कब मनाया जाता है ? – Pagal Divas Kab Manaya Jata Hai

Pagal Divas Kab Manaya Jata Hai :- पागल दिवस इसके बारे में तो आपने जरूर ही सुना होगा। इस दिवस को मनाकर लोगों के चेहरे पर खुशी झलकती है। लोग इस दिवस को मनाकर अपनी रोजमर्रा की जिंदगी के Stress से थोड़ा दूर होकर खिलखिला कर हंसते है।

लेकिन बहुत से लोगों को पता ही नहीं है, ये दिवस कब मनाया जाता है ? इस दिवस को मनाए जाने के पीछे उद्देश्य क्या है ? और इस दिवस से जुड़ी तमाम जानकारियां। तो, चलिए शुरू करते है।


पागल दिवस कब मनाया जाता है ? – Pagal Divas Kab Manaya Jata Hai

पागल दिवस पश्चिमी देशों में 1 अप्रैल को मनाया जाता है। इसे बहुत- से लोग ऑल फूल्स डे भी कहते है। 1 अप्रैल एक ऐसा दिन होता है जब हर कोई एक- दूसरे को बेवकूफ बनाना चाहता है, लेकिन बनना कोई नहीं चाहता है। इसलिए इस दिन लोग गंभीर बातों से भी ज्यादा सतर्क रहते हैं, ताकि कोई हमें बेवकूफ न बना सके।


पागल दिवस को English में क्या कहते है ?

आपको बता दें, पागल दिवस को English में April Fool Day बोलते है। अधिकतर लोग इस Day को April Fool के नाम से ही जानते है। April Fool बोले जाने के पीछे का एक कारण ये भी है, क्योंकि ये अप्रैल महीने के आरंभ में मनाया जाता है इसलिए पागल दिवस को लोग April Fool कहते है।


पागल दिवस को क्यों मनाया जाता है ?

यह दिवस हर देश में मस्ती के लिए Prank खेलने के लिए मनाया जाता है, बिना अपने परिचितों को ज्यादा परेशान किए। माना जाता है कि अप्रैल फूल मनाने की प्रेरणा रोमन त्योहार हिलारिया से ली गई थी।

चौसर की कैंटरबरी टेल्स (1392) कहानियों का एक संग्रह था। इसमें एक कहानी ‘नन के पुजारी की कहानी’ मार्च के 30 दिन और 2 दिन में सेट की गई थी। जिसे छपाई की गलती माना जाता है, और विद्वानों के मुताबिक, चौसर ने वास्तव में मार्च की समाप्ति के 32 दिन बाद लिखा था। उसी कहानी में, एक घमंडी मुर्गे को एक धूर्त लोमड़ी ने बेवकूफ बनाया था।

1539 में फ्लेमिश कवि एडवर्ड डी डेने ने एक अधिकारी के बारे में लिखा, जिसने 1 अप्रैल को अपने नौकरों को एक बेवकूफी भरे काम पर भेजा। 1968 में जॉन ऑब्रे द्वारा इस दिन को मूर्खों की छुट्टी कहा गया था, क्योंकि 1 अप्रैल को, बहुत से लोगों को मूर्ख बनाया गया था और लंदन के टॉवर सब पर इकट्ठा हुए थे।


पागल दिवस मनाने के पिछे क्या उद्देश्य है ?

इस दिन दोस्तों, परिजनों, शिक्षकों, पड़ोसियों, सहकर्मियों के साथ मजाक करके, शरारतपूर्ण हरकतें और अन्य व्यवहारिक मजाक किए जाते है, जिनका उद्देश्य होता है बेवकूफ और अनाड़ी लोगों को शर्मिंदा करना है।


विभिन्न देशों में पागल दिवस अलगअलग नामों से मनाया जाता है

1 अप्रैल को जापान से लेकर ब्राजील तक दुनिया भर के कई देशों में पागल दिवस के रूप में जाना जाता है।  यह दिन ज्यादातर लोगों के लिए थोड़ा मजेदार साबित हो सकता है, लेकिन कई जगहों पर इसे एक परंपरा के रूप में परिभाषित किया जाता है। अगर आपको किसी भी तरह के मजाक से कोई परेशानी नहीं है तो आपको इस दिन को मनाने के लिए इन देशों की यात्रा करने की योजना बनानी चाहिए।

फ्रांस

फ्रांस में इस दिन को उनकी भाषा में “पोइसन डेविल” कहा जाता है। इस दिन बच्चे मस्ती में स्कूल में Paper Fish बनाकर एक दूसरे की पीठ पर चिपकाते हैं। जब इस बात का पता उस बच्चे को लगता है, तो Paper Fish लगाने वाला व्यक्ति “पोइसिन डी’विल” चिल्लाता है, जिसका अर्थ है “अप्रैल मछली”।

ग्रीस

ग्रीस में April Fool की शरारतों के बारे में कई मान्यताएं हैं, पहली यह कि अगर आप किसी को बेवकूफ बनाने में कामयाब हो जाते हैं, तो बाकी साल आपका Luck अच्छा होगा। एक दूसरी मान्यता यह भी है कि जो व्यक्ति मजाक में सफल हो जाता है उसे पूरे साल अच्छी फसल प्राप्त होती है।

ब्राज़ील

ब्राज़ील में 1 अप्रैल को “O Día das Mentire” कहा जाता है, जिसका अर्थ है “झूठ का दिन”।  इस दिन यहां बिना किसी को नुकसान पहुंचाए एक-दूसरे से सफेद झूठ बोला जाता है।

यह दिन यहां 1828 से मनाया जा रहा है, जब ए मेंटिरा नाम के एक अखबार ने झूठी घोषणा की थी कि ब्राजील के सम्राट और संस्थापक डॉन पेड्रो की मृत्यु हो गई है।

इस बात को उस वक्त काफी गंभीरता से लिया गया था, लेकिन सच्चाई का पता चलने के बाद लोगों ने गुस्सा होने की बजाय इसे मजाक के तौर पर लिया। इस वजह से इस दिन को ब्राजील में पागल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

आयरलैंड

आयरलैंड में April Fool Day कई तरह से मनाया जाता है। ब्रिटेन की तरह यहां भी आपस में ठहाके लगते हैं, लेकिन यह समय सिर्फ दोपहर तक का है।  अगर इसके बाद भी कोई बेवकूफ बनाता रहे तो लोग उसे यहां पागल समझते हैं। इस दिन यहां का मीडिया भी अफवाह फैलाकर लोगों को बेवकूफ बनाता है।

स्कॉटलैंड

स्कॉटिश में मूर्ख व्यक्ति को एगॉक कहा जाता है, इस दिन को पारंपरिक रूप से हंट द गॉक डे के रूप में भी जाना जाता है। स्कॉटलैंड देश इस मायने में मजेदार है, यहां लोग अप्रैल के पहले दो दिन April Fool Day मनाते हैं।

जहां पहला दिन अफवाहें फैलाकर और लोगों को बेवकूफ बनाकर मनाया जाता है, वहीं दूसरे दिन को टैली डे के नाम से जाना जाता है, जहां लोग एक-दूसरे की पिछे पूंछ लगाते हैं।

स्वीडन

स्वीडन में 1 अप्रैल को कई लोग एक-दूसरे को बेवकूफ बनाने की कोशिश करते हैं.  हालाँकि, यदि आप “अप्रैल फूल डे” के दिन  पागल बनाने में सफल हो जाते हैं, तो अप्रैल फूलचिल्लाने के बजाय, आपको चिल्लाना चाहिए “अप्रैल, अप्रैल, दिन दुम्मा सिल, जग कान लूरा डिग वार्ट जग विल!” बोलना होगा।  इसका अर्थ है: “अप्रैल, अप्रैल, तुम मूर्ख बन गए, मैं तुम्हें कहीं भी मूर्ख बना सकता हूँ!”


निष्कर्ष :

हमने आपको अपने इस लेख के जरिए Pagal Divas Kab Manaya Jata Hai, क्यों मनाया जाता है।  साथ ही पागल दिवस मनाने के पिछे उद्देश्य क्या है और हमने इससे जुड़ी सारी जरूरी जानकारी देने का प्रयास किया। उम्मीद है आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा।


FAQ’S: 

Q1. पागल दिवस कब मनाया जाता है ?

उत्तर: पागल दिवस 1 April को मनाया जाता है।

Q2. क्या पागल दिवस को सभी देशों में अप्रैल फूल के नाम से ही जाना जाता है ?

उत्तर: नहीं, पागल दिवस को विभिन्न देशों में अलग - अलग नामों से जाना जाता है।

Q3. पागल दिवस में क्या करते है ?

उत्तर: अपने परिचितों के साथ व्यवहारिक मजाक करते है।

Q4. पागल दिवस लोगों को उकसाता है ?

उत्तर: नहीं, इस दिन को मानने के लिए एक विशेष दिन, जिसे हम April Fool के नाम से जानते है। 
इसलिए इससे कोई गुस्सा नहीं होता, सब इसे एक दिवस के की तरह मानते है।

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